मेरे लेख:
- मकर संक्रांति कब और क्यों मनाई जाती हैPost Views: 44 भारत एक संस्कृतियों का देश है जहाँ हर जगह के अपने अपने रीति रिवाज और संस्कृति है। उन्हें मनाने के अपने अपने तरीके है। अपनी बोली भाषा है अपनी वेशभूषा और...
- जौनसार का लोकगीत हारुलPost Views: 12 जौनसार आज भी अपनी पौराणिक संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहाँ के लोगों में आपसी प्रेम और सोहार्द की भावना आज भी ज्यों की त्यों है। इसी का एक उदाहरण...
- एक अलग अनुभव की खुशीPost Views: 16 कभी कभी कुछ चीज़ें आपके साथ अचानक घटित हो जाती है। आपको उनके होने का ना तो अंदाज़ा रहता है ना पता। बस वो हवा के झरोखे की तरह आपके सम्मुख...
मेरी कहानियाँ:
- ढाई दिन की तनख्वाहPost Views: 5 सुनो ! जरा दो चार सौ रुपये होंगे? मदन ने शीशे में खुद की कमीज (शर्ट) को देखकर अपनी पत्नी शीला से कहा। शीला मदन के लिए टिफिन लेकर कमरे में...
- अनजाना सा एक चेहराPost Views: 41 “पहली दफ़ा कुछ ऐसा हुआ, दिल ने एक चुगली दिमाग़ से की।उस गली में कोई ख़ास नूर तो नहीं था, उस शीशे में खड़ी कोई हूर तो थी।।” बस यही...
मेरी कवितायें:
- बूँदें तो आख़िर बूँदें होती है.Post Views: 4 बूँदें तो आख़िर बूँदें होती है. क्या अजीब खेल है इन बूंदों का, कुछ कभी बारिश बनकर, ज़मीं को हरा -भरा कर देती है । तो कभी आंसू बनकर आँखों...
- क्या हो गया है इस देश कोPost Views: 18 मेरी आँखों से बहता पानी है, क्या हो गया है इस देश को।कोई वहशीपन में कोई है नशे की धुन में, क्या हो गया है इस देश को। लड़ना चाहूँ, मरना...
- अच्छा लगता है।Post Views: 70 मुझे मंजूर है हर वो मुसीबतें, जो बे-वक़्त बिन बताए चली आती है,क्योंकि मुझे ज़िंदगी के लिए लड़ना अच्छा लगता है।मुझे मंजूर है हर वो आँसू, जो बिन बादल बरसात सी...
हाल के पोस्ट्स:
- बूँदें तो आख़िर बूँदें होती है.Post Views: 4 बूँदें तो आख़िर बूँदें होती है. क्या अजीब खेल है इन बूंदों का, कुछ कभी बारिश बनकर, ज़मीं को हरा -भरा कर देती है । तो कभी आंसू बनकर आँखों...
- मकर संक्रांति कब और क्यों मनाई जाती हैPost Views: 44 भारत एक संस्कृतियों का देश है जहाँ हर जगह के अपने अपने रीति रिवाज और संस्कृति है। उन्हें मनाने के अपने अपने तरीके है। अपनी बोली भाषा है अपनी वेशभूषा और...
- जौनसार का लोकगीत हारुलPost Views: 12 जौनसार आज भी अपनी पौराणिक संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहाँ के लोगों में आपसी प्रेम और सोहार्द की भावना आज भी ज्यों की त्यों है। इसी का एक उदाहरण...
- एक अलग अनुभव की खुशीPost Views: 16 कभी कभी कुछ चीज़ें आपके साथ अचानक घटित हो जाती है। आपको उनके होने का ना तो अंदाज़ा रहता है ना पता। बस वो हवा के झरोखे की तरह आपके सम्मुख...
- दुनिया की सबसे महंगी सब्जियों में से एक है गुच्छी मशरूमPost Views: 20 गुठलियों की पिछली पोस्ट एक छोटी सी बातचीत में मैंने आपसे कहा था कि मैं अपनी अगली पोस्ट में गुच्छी नाम के विषय पर चर्चा करूँगी। इस पोस्ट को आने में...
- एक बातचीत- एंकर,एक्ट्रेस तान्या पुरोहित के साथPost Views: 63 “मंजिल की मखमली दहलीज पर वही शख्स पहुँचता है,जिसने मेहनत के रास्तों पे, अपने पैरों के तलवे तपाए हों।” जी हाँ, दोस्तों जब कोई शख्स अपने मुकाम पर पहुँच जाता है...
- छोटी सी जान पहचानPost Views: 67 पहाड़ों में खाने को उसके स्वाद से जाना जाता है लेकिन शहरों में खाने को उसके नाम से जाना जाता है। इन नामों में कभी कभी कुछ खाने के नाम ऐसे...
- क्या हो गया है इस देश कोPost Views: 18 मेरी आँखों से बहता पानी है, क्या हो गया है इस देश को।कोई वहशीपन में कोई है नशे की धुन में, क्या हो गया है इस देश को। लड़ना चाहूँ, मरना...
- परवाहPost Views: 108 ज़िंदगी में कुछ चीज़े ऐसी होती है जिनसे बहुत लगाव होता है। इतना कि वक़्त भले आपके साथ हो ना हो, उम्र भले अपने पड़ाव की तरफ तेजी से अग्रसर हो...