झूठे दिखावे
तुमने ज़िंदा रहते जाति-धर्म की जो खोखली लंका खड़ी की थी न
आज उसी लंका के नीचे अग्नि को साक्षी मानकर
सब जाति धर्म तो एक हो गए मगर तुम ना रहे।
खुद को कोरोना की इस घड़ी से सुरक्षित रखिए। अच्छा सोचिए और कोरोना से लड़िए।
© सुजाता देवराड़ी
by सुजाता देवराड़ी · 28 April 2021
तुमने ज़िंदा रहते जाति-धर्म की जो खोखली लंका खड़ी की थी न
आज उसी लंका के नीचे अग्नि को साक्षी मानकर
सब जाति धर्म तो एक हो गए मगर तुम ना रहे।
खुद को कोरोना की इस घड़ी से सुरक्षित रखिए। अच्छा सोचिए और कोरोना से लड़िए।
© सुजाता देवराड़ी