दिल की आरज़ू
तेरा मन चंचल है मैं जानता हूँ। पर तू मेरी जात से वाकिफ़ न ही हो तो बेहतर है।। हँसते, मुस्कुराते, स्वस्थ रहिये। ज़िन्दगी यही है। आप मुझसे इस आईडी पर संपर्क कर...
तेरा मन चंचल है मैं जानता हूँ। पर तू मेरी जात से वाकिफ़ न ही हो तो बेहतर है।। हँसते, मुस्कुराते, स्वस्थ रहिये। ज़िन्दगी यही है। आप मुझसे इस आईडी पर संपर्क कर...
डरना मना है। मिलके ही लड़ना है। भीड़ से बचना है। सफाई से रहना है। हाथों को धोना है। हँसके भगाना है। मौत का सपना, जो लेकर ये आया। मुंह के ही बल अब, ...
इन गालों पे मेरे,तेरी हथेली के छाप छपे हैं। इज़हार-ए-मोहब्बत, जब से तेरा दीदार किये हैं। सबकी नज़रों से तुझे बचाने के, तमाम जतन कर लिए। पर पलकें मेरी ही चोरी से, तेरी उँगलियाँ...
वैसे इंसान अकेले ही ठीक है। क्योंकि साथी के साथ कई क़िस्म के ताने, और अंजानी उम्मीदें भी मिलती है। कुछ न कहो तो तुम मुझपे, हक़ ही नहीं समझते। हक़ जताओ...
मैं तप रही थी घास के, उन पत्तों पर अंगार सी। थी अकेली सोच उस पल, जैसे हवा गुब्बारों सी ।। चीखी मैं चिल्लाई भी, हिम्मत थी जब तक आखों में। टूटने लगी है...
कभी तेरा बनाया ये, आंगन सजा करता था । आज इनके पैरों पर ,जमी काई है।।कभी तेरी गोदी ने सबको, सहारा दिया था । आज ममता की वही आस, पड़ी खाली है।। रात इन...
शहर-ए गाँव ! तेरा धन्यवाद। तू सुंदर गाँव ना होता, तो मैं बड़ा शहर ना होता। तेरे खेतों की मेहनत ना होती, तो मेरी दुकानों का पेट ना भरता । अगर तू न होता तो...
“ये तय है कि वजह दोष का, ज़रिया न था वो। पर गले ग़लतफ़हमियों ने, सवालों की ताबीज पहना दी।” कभी कभी दिल बड़ा शायराना हो जाता है. वही आज मेरा दिल भी हुआ...